Thursday 26 December 2019

हमारा युद्ध 'अधर्म' से है .....

हमारा युद्ध 'अधर्म' से है| हमारी सबसे बड़ी समस्या हमारा भ्रष्ट आचरण है| हमारे भ्रष्ट आचरण के कारण ही पर्यावरण का प्रदूषण है| हमारी सारी समस्याओं के पीछे हमारा लोभ और अहंकार है| यह लोभ और अहंकार ही हिंसा की जननी है| हर कदम पर हमें घूसखोरी, बेईमानी, मिलावट, ठगी, झूठ, कपट, कुटिलता, परस्त्री/पुरुष व पराए धन की कामना ..... आदि दिखाई दे रही है, यह सत्य पर असत्य की विजय है|
अब मेरी आस्था सिर्फ परमात्मा में ही रह गई है, इस संसार से मैं निराश हूँ| आजकल लोग भगवान से प्रार्थना भी अपने झूठ, कपट और बेईमानी में सिद्धि के लिए करते हैं| लोग धर्म की बड़ी बड़ी बातें करते हैं, पर अधर्म एक शिष्टाचार बन गया है| भारत की सबसे बड़ी समस्या और असली युद्ध अधर्म से है, जिसे हम ठगी, भ्रष्टाचार, घूसखोरी और बेईमानी कहते हैं| अन्य समस्यायें गौण हैं| ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
८ दिसंबर २०१९

1 comment:

  1. (१) जिन्होंने देश का बंटवारा धर्म के आधार पर करवाया और लाखों निर्दोषों की हत्याएँ कीं, क्या उन नरपिशाचों को कभी इसका दंड मिलेगा?
    (२) जिन्होंने धर्म के नाम पर करोड़ों लोगों की हत्याएँ कीं, क्या वे नरपिशाच भी इसके लिए कभी दंडित होंगे?

    निश्चित रूप से "हाँ"| प्रकृति उन्हें कभी क्षमा नहीं करेगी| वे इस देश के ही हत्यारे नहीं हैं, उन्होंने अनेक देशों, अनेक संस्कृतियों और हजारों करोड़ निरपराधों की हत्याएँ की हैं| जन्म-जन्मांतरों तक वे इसका दंश सहेंगे| जो दूसरों को तलवार से काटते हैं वे स्वयं भी तलवार से ही काटे जाते हैं| प्रकृति किसी को क्षमा नहीं करती| कर्मों का फल मिले बिना नहीं रहता|

    "He that leadeth into captivity shall go into captivity: he that killeth with the sword must be killed with the sword.
    Revelation 13:10 KJV."
    For all who will take up the sword, will die by the sword.
    Live by the sword, die by the sword.

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