मैं सोशियल मीडिया पर जो कुछ भी लिखता हूँ, वह मेरा सत्संग है| इसका उद्देश्य -- परमात्मा, सनातन-धर्म और राष्ट्र के प्रति अपने प्रेम को व्यक्त करना है| मैं अपने या किसी अन्य के मनोरंजन के लिए बिल्कुल भी नहीं लिखता| कौन क्या सोचता है यह मेरी समस्या नहीं है|
मेरी आस्था है कि भारत और सनातन-धर्म का अभ्यूदय एक प्रचंड आध्यात्मिक शक्ति द्वारा होगा| लाखों साधकों की साधना से एक ब्रहमशक्ति का प्राकट्य होगा जो भारत में छाये असत्य के अंधकार को दूर करेगी, और भारत माता को अपने द्वीगुणित परम वैभव के साथ अखंडता के सिंहासन पर बिराजमान करेगी| यह मेरी श्रद्धा और विश्वास है|
मेरी साधना और उसकी विधि अति जटिल है, जिसका उल्लेख सार्वजनिक मंचों पर नहीं किया जा सकता| मैं एक निमित्त मात्र हूँ, कर्ता तो भगवान स्वयं है|
ॐ तत्सत् !! ॐ स्वस्ति !!
कृपा शंकर
४ अप्रेल २०२१