Thursday, 22 July 2021

पूर्वजन्मों में भगवान की उपासना नहीं की, इसी लिए यह कष्टमय सांसारिक जन्म मिला ---

 

पूर्वजन्मों में भगवान की उपासना नहीं की, कोई अच्छे कर्म नहीं किए, इसी लिए यह कष्टमय सांसारिक जन्म मिला| अपने सारे कष्ट और पीड़ायें, भगवान को ही बापस अर्पित करता हूँ, अन्य कोई उपाय नहीं है|
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गुरु महाराज तो कहते हैं कि तुम्हारी कोई समस्या नहीं है| तुम्हारी एकमात्र समस्या भगवान को प्राप्त करना है, अपनी चेतना को कूटस्थ में रखो और निरंतर भगवान का ध्यान करो| भगवान का स्मरण करते-करते यदि मरना भी पड़े तो वह इस नारकीय संसारी जीवन से तो श्रेष्ठ ही होगा| गुरु महाराज की यह आज्ञा स्वीकार्य है, और मृत्यु के देवता का भी स्वागत है|
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जिन का कभी जन्म ही नहीं हुआ, वे परमशिव मेरे उपास्य हैं, अतः मृत्यु मेरा क्या बिगाड़ सकती है? चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ?? सुख-दुःख, जीवन-मृत्यु, कष्ट, पीड़ा और सब तरह की बाधाओं में हे प्रभु, आप मुझे विस्मृत मत करना| हो सकता हो मैं आपको याद नहीं कर पाऊँ, आप ही मुझे याद करते रहना|
ॐ तत्सत् !! ॐ ॐ ॐ !!
२२ जुलाई २०२०