आज वास्तव में शिवकृपा की वर्षा हो रही है .........
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आज श्रावण के पवित्र माह का द्वितीय सोमवार है और इस श्रावण मास की शिवरात्री भी है| आज भगवान शिव की साक्षात् परम कृपा बरस रही है|
आज भगवान शिव का चाहे थोड़ा सा ही ध्यान करो, बड़ी सुन्दर अनुभूतियाँ होंगी| किसी शिवालय में जाकर भगवान शिव का अभिषेक करो और वहीं बैठकर उन का ओंकार रूप में ध्यान करो, आनंद से भर जाओगे|
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आज श्रावण के पवित्र माह का द्वितीय सोमवार है और इस श्रावण मास की शिवरात्री भी है| आज भगवान शिव की साक्षात् परम कृपा बरस रही है|
आज भगवान शिव का चाहे थोड़ा सा ही ध्यान करो, बड़ी सुन्दर अनुभूतियाँ होंगी| किसी शिवालय में जाकर भगवान शिव का अभिषेक करो और वहीं बैठकर उन का ओंकार रूप में ध्यान करो, आनंद से भर जाओगे|
हमने घर पर ही एक पारद शिवलिंग, और एक नर्मदेश्वर बाणलिंग स्थापित कर रखा
है जिस का नित्य अभिषेक होता है| आज स्वप्रेरणा से नर्मदेश्वर बाणलिंग को
भस्म स्नान और खस के इत्र से स्नान कराया, जिसकी अनुभूतियाँ बड़ी सुखद थीं|
भगवान शिव की कृपा सब पर हो|
ॐ नमःशिवाय ! ॐ नमःशिवाय ! ॐ नमःशिवाय ! ॐ ॐ ॐ ||
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(नर्मदा नदी में ओंकारेश्वर के पास "धावड़ी कुंड" नामक एक स्थान है, जहां से प्राप्त शिवलिंग को बाणलिंग कहते हैं| यह पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है| यह कभी शिवभक्त वाणासुर का यज्ञकुंड था जो कालान्तर में नर्मदा में समाहित हो गया| अब तो वहाँ बाँध बनने से धावडी कुन्ड भी नर्मदा जल में डूब गया है|)
भगवान शिव की कृपा सब पर हो|
ॐ नमःशिवाय ! ॐ नमःशिवाय ! ॐ नमःशिवाय ! ॐ ॐ ॐ ||
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(नर्मदा नदी में ओंकारेश्वर के पास "धावड़ी कुंड" नामक एक स्थान है, जहां से प्राप्त शिवलिंग को बाणलिंग कहते हैं| यह पूजा के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है| यह कभी शिवभक्त वाणासुर का यज्ञकुंड था जो कालान्तर में नर्मदा में समाहित हो गया| अब तो वहाँ बाँध बनने से धावडी कुन्ड भी नर्मदा जल में डूब गया है|)