Monday, 6 November 2017

भगवान का भक्त कौन है ????? .....

भगवान का भक्त कौन है ????? .....
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यह एक शाश्वत प्रश्न है कि भगवान का भक्त कौन है? इसका बड़ा सुन्दर और सटीक उत्तर भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं ही गीता के १८ वें अध्याय के ६५ वें श्लोक में दिया है| उन्होंने स्पष्ट कहा है .....

"मन्मना भव मद्भक्तो मद्याजी मां नमस्कुरु |
मामेवैष्यसि सत्यं ते प्रतिजाने प्रियोऽसि मे ||"


इस श्लोक की बड़ी अद्भुत व्याख्याएँ अनेक स्वनामधन्य महान आचार्यों ने की हैं| अतः मैं और कुछ भी नहीं लिखना चाहता| इतना ही अपनी सीमित और अल्प बुद्धि से कहूँगा कि ......

जिसके पास अपना स्वयं का मन ही नहीं रहा है, जिसने अपना मन भगवान को पूर्णतः समर्पित कर दिया है वही भगवान का सबसे बड़ा भक्त है, और वही भगवान को सर्वाधिक प्रिय है|

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ! ॐ तत्सत् | ॐ ॐ ॐ !!