"हमारा एकमात्र व्यवहार परमात्मा से है।"
युद्धभूमि में सामने शत्रु है तो, भगवान को कर्ता बनाकर बड़े प्रेम से उसका संहार/वध करो, लेकिन मन में घृणा या क्रोध न आने पाये। हमें निमित्त बनाकर भगवान ही उसे नष्ट कर रहे हैं।
"हमारा एकमात्र व्यवहार परमात्मा से है।"
श्रीराधा अष्टमी पर सभी का मंगलमय अभिनंदन॥