दीपावली पर जगन्माता से प्रार्थना .....
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हे महाकाली, हमारे राग-द्वेष को नष्ट करो| यह राग-द्वेष हमारी सब बुराइयों का मूल है| इस राष्ट्र भारतवर्ष के भीतर और बाहर के सभी शत्रुओं का समूल नाश करो| सम्पूर्ण भारतवर्ष में कहीं भी अन्धकार और असत्य की शक्तियों का अस्तित्व न रहे|
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हे महालक्ष्मी, हमें सारे सद्गुण दो| इस राष्ट्र को द्विगुणित परम वैभव, सर्वशक्तिसम्पन्नता और परम ऐश्वर्य प्रदान करो| हम तपस्वी, तेजस्वी व शक्तिशाली बनें| हमें तप करने का सामर्थ्य दो| हमें निरंतर ब्रह्मचिंतन और स्वाध्याय करने की शक्ति और प्रेरणा दो|
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हे महासरस्वती, हमें आत्म-ज्ञान दो| इस राष्ट्र भारतवर्ष को आध्यात्म और ज्ञान के शिखर पर आरूढ़ करो|
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पुनश्चः सभी को दीपावली की शुभ कामनाएँ | दीपावली का पर्व महामंगलमय हो|
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ॐ तत्सत् ! ॐ नमः शिवाय ! ॐ ॐ ॐ !!
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हे महाकाली, हमारे राग-द्वेष को नष्ट करो| यह राग-द्वेष हमारी सब बुराइयों का मूल है| इस राष्ट्र भारतवर्ष के भीतर और बाहर के सभी शत्रुओं का समूल नाश करो| सम्पूर्ण भारतवर्ष में कहीं भी अन्धकार और असत्य की शक्तियों का अस्तित्व न रहे|
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हे महालक्ष्मी, हमें सारे सद्गुण दो| इस राष्ट्र को द्विगुणित परम वैभव, सर्वशक्तिसम्पन्नता और परम ऐश्वर्य प्रदान करो| हम तपस्वी, तेजस्वी व शक्तिशाली बनें| हमें तप करने का सामर्थ्य दो| हमें निरंतर ब्रह्मचिंतन और स्वाध्याय करने की शक्ति और प्रेरणा दो|
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हे महासरस्वती, हमें आत्म-ज्ञान दो| इस राष्ट्र भारतवर्ष को आध्यात्म और ज्ञान के शिखर पर आरूढ़ करो|
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पुनश्चः सभी को दीपावली की शुभ कामनाएँ | दीपावली का पर्व महामंगलमय हो|
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ॐ तत्सत् ! ॐ नमः शिवाय ! ॐ ॐ ॐ !!