Saturday, 22 February 2025

क्या परमात्मा में, सद्गुरू में और स्वयं में कोई भेद है?

 क्या परमात्मा में, सद्गुरू में और स्वयं में कोई भेद है?

भेद आरंभ में ही रहता है, कालांतर में कोई भेद नहीं रहता| गुरु और चेला दोनों परमात्मा में एक हो जाते हैं| फिर परमात्मा से भी कोई भेद नहीं रहता| सभी आपस में एक हो जाते हैं| स्वयं को, गुरु को और परमात्मा को सीमित नहीं कर सकते|
आवश्यकता है सत्यनिष्ठा और लगन की, और कुछ भी नहीं चाहिए| हमारे में लाख कमियाँ हों हिमालय जितनी बड़ी-बड़ी, पर परमात्मा के कृपासिन्धु में वे छोटे-मोटे कंकड़-पत्थर से बड़ी नहीं हैं|
सत्यनिष्ठा, परमप्रेम, अभीप्सा, और समर्पण से ही हमें ऊर्जा मिलती है|
२८ जून २०२०

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