Thursday, 20 November 2025

जो लोग फ्रांस में हुए आतंकवादी हमलों की निंदा कर रहे हैं, क्या उन्होंने भारत में हुए आतंकी हमलों की कभी निंदा की है ??? यदि नहीं तो यह उनका ढोंग और पाखण्ड है|

 सभी से एक प्रश्न .....

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जो लोग फ्रांस में हुए आतंकवादी हमलों की निंदा कर रहे हैं, क्या उन्होंने भारत में हुए आतंकी हमलों की कभी निंदा की है ??? यदि नहीं तो यह उनका ढोंग और पाखण्ड है|
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अमेरिका को तो आतंकवाद क्या होता है इसका पता ही तब चला जब स्वयं उसके ऊपर हमला हुआ|
"जब हम चीखे बार बार तब तुमने ध्यान दिया होता
बम्बई के विस्फोटो पर यदि तुमने कान दिया होता
लादेनो के बाप पाक को जो ना मान दिया होता
तो तेरा दिल भी खुश होता यूं खंडित मान नही होता
हंसता गाता अमरीका यूं लहूलुहान नही होता" .... (अनामिका मिश्रा की कविता)
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भारत में हुए आतंकी हमलों के लिए किसी ने भी पाकिस्तान की निंदा नहीं की है| भारत अभी तक दुनिया को सबूत दिखाता फिर रहा है| कोई भारत की नहीं सुन रहा है| सारे पश्चिमी देश अपना हित साध रहे हैं|
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पाकिस्तान के विरुद्ध ये कुछ नहीं बोलते जबकि वास्तव में पाकिस्तान ही आतंकवाद की फैक्ट्री है| पाकिस्तान में हाफिज सईद कई मदरसे चला रहा है जहाँ बच्चों के दिमाग में भारत के विरुद्ध जहर भर भर कर हर वर्ष हज़ारों ओसामा बिन लादेन तैयार किए जा रहे हैं|
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फिलहाल भारत युद्ध के पक्ष मे तो नही है पर हां किसी आतताई के सामने सर झुकाना भी किसी भारतीय को नही आता| दर्प से भरे सर को हम उतार भी सकते हैं ...हम युद्ध के पोषक नही है पर यदि द्वार पर यदि कोई आने का दु: साहस कर ही बैठे तो उसको नर्कलोक पहुंचाने का प्रबंध हम भारतवासी करना जानते है| ईश्वर सभी को सद्बुद्धि दे ...
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अब भारत को आतंकवाद को जड़मूल से ही नाश करना होगा| अब पूरे विश्व को एकजूट होकर वर्त्तमान परिप्रेक्ष्य में आतंकवाद के कारणों की खोज कर उन्हें समाप्त करना ही होगा |
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फ़्रांस और रूस ने सीरिया और इराक में निर्दयता से इस्लामिक स्टेट की कमर तोड़ दी है, अब उसे समाप्त करने की कगार पर हैं| न तो कोई सबूत जुटाए, न मुकदमा चलाया, न दुनिया के स्वघोषित पुलिसमेन व न्यायाधीश अमेरिका की स्वीकृति ली, और न दुनिया के आगे हाथ जोड़े, सीधे ही आतंकवाद पर प्रहार कर दिया|
ॐ तत्सत | ॐ ॐ ॐ ||
२० नवंबर २०१५

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