Thursday, 20 November 2025

"गोपी" शब्द का अर्थ ---

 "गोपी" शब्द का अर्थ .....

गोपी किसी महिला का नाम नहीं है| जिन का प्रेम गोपनीय यानि किसी भी प्रकार के दिखावे से रहित स्वाभाविक होता है, और जो परमात्मा के प्रेम में स्वयं प्रेममय हो जाए वह "गोपी" है| हर समय निरंतर परमात्मा का चिंतन ध्यान करने वाले गोपी कहलाते हैं| ऐसी भक्ति के प्राप्त होने पर मनुष्य न किसी वस्तु की इच्छा करता है, न द्वेष करता है, न आसक्त होता है, और न उसे विषय-भोगों में उत्साह होता है| नारद भक्ति सूत्रों के प्रथम अध्याय का इक्कीसवां सूत्र है ..... यथा व्रजगोपिकानाम् | नारद जी कहते हैं .... जैसी भक्ति व्रज के गोपिकाओं को प्राप्त हुई, वैसी ही भक्ति हम सब को प्राप्त हो|
२० नवंबर २०१९

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