निकट भविष्य में भारत एक अखंड धर्मनिष्ठ राष्ट्र होगा, जिसकी राजनीति सत्य-सनातन-धर्म होगी ---
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मैं वह दिन देखने के लिए जीवित रहूँ या न रहूँ, इसका महत्व नहीं है। लेकिन यह पूर्णतः सत्य है कि निकट भविष्य में भारत एक अखंड धर्मनिष्ठ राष्ट्र होगा, जिसकी राजनीति सत्य-सनातन-धर्म होगी। कालचक्र की दिशा अब बदली हुई है, जिसे रोकने का सामर्थ्य किसी में नहीं है। धर्म की पुनर्प्रतिष्ठा भी होगी, वैश्वीकरण भी होगा, और इस समय छाया हुआ असत्य का अंधकार भी दूर होगा।
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सत्यनिष्ठ अखंड भारत के मार्ग में आने वाले वे हिन्दू भी मिट जाएँगे जो इस राष्ट्र के योग्य नहीं हैं। ढूँढने से भी कोई धर्म-निरपेक्ष या अधर्मी पूरे भारत में नहीं मिलेगा। इस पृथ्वी पर एक ही राष्ट्र है जो भारत है, अन्य सब कलिकाल की भ्रांतियाँ हैं। राष्ट्र उसे कहते हैं जो चारों पुरुषार्थों द्वारा प्रजा का रञ्जन करे। भारत की शक्ति उत्तरोत्तर बढ़ेगी। भारत अपने स्वभाविक परम वैभव को पुनश्च प्राप्त करेगा। असत्य और अंधकार की शक्तियाँ मिट जाएंगी। ॐ स्वस्ति !!
कृपा शंकर
१५ अप्रेल २०२२
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