Wednesday, 26 February 2025

एक ऐसी गुफा जिसमें वह समस्त खजाना छिपा है, जिसे हम ढूँढ रहे हैं ---

एक ऐसी गुफा जिसमें प्रवेश से आप भयभीत होते हो, पर जिसमें वह समस्त खजाना छिपा है, जिसे आप ढूंढ रहे हो ---

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हमारी सूक्ष्म देह में एक बिंदु है जिसका नाम है --"भ्रामरी गुहा"| इसके द्वार पर "आवरण" और "विक्षेप" नाम की दो आसुरी शक्तियां बैठी हैं, जो हर किसी को अन्दर प्रवेश नहीं करने देती| उन पर विजय प्राप्त करनी पडती है तभी आप अन्दर प्रवेश कर सकते हैं| उस गुहा में वह समस्त खज़ाना छिपा है जिसे प्राप्त करना जीवन का लक्ष्य है|

वह गुफा है आपका कूटस्थ बिंदु यानि आज्ञाचक्र जिसके भेदन के प्रयास में निरंतर आवरण और विक्षेप आते हैं| पर अनवरत साधना और गुरुकृपा से उसका भेदन कर आप सहस्त्रार में प्रवेश करते हैं तो पाते हैं कि समस्त ज्ञान तो आप स्वयं ही हैं| वह सब कुछ जिसे आप ढूंढ रहे हो वह तो आप स्वयं ही हैं| आप से पृथक कुछ भी नहीं है| ॐ तत्सत्| २७ फरवरी २०१३

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