Friday 2 February 2018

आपके सिवाय मुझे और कुछ भी नहीं चाहिए .....

हे प्रभु, आपके सिवाय मुझे और कुछ भी नहीं चाहिए|
भगवान ने इन्द्रियों के विषयों में वैराग्य लाने, मन में अहंकार न रखने, और जन्म, मृत्यु, ज़रा, व्याधि, आदि में दोष देखने का आदेश दिया है|
भगवान कहते हैं .....
"इन्द्रियार्थेषु वैराग्यमनहङ्कार एव च | जन्ममृत्युजराव्याधिदुःखदोषानुदर्शनम्" || १३:९ ||
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अब यह कैसे किया जाए इसका चिंतन हर मनुष्य को स्वयं करना चाहिए| एक छोटा सा उपाय अपनी अल्प व सीमित बुद्धि से लिख रहा हूँ .....
१).दोनों समय संध्या वंदन और कम से कम ३ माला गायत्री की अवश्य करें |
२).साधना से पहले अपने इष्ट से आकुल भाव से साधना की सम्पन्नता के लिए प्रार्थना करें |
३).अधिक से अधिक नामजप (अजपा) व ध्यान करें|
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ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
०२ फरवरी २०१८

1 comment:

  1. संसार के महाभयानक कष्ट .....
    (१) जन्म (२) मृत्यु
    (३) रोग (४) बुढापा

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