Friday, 2 February 2018

मैं हम सब के भविष्य के प्रति पूर्णतः आशावान हूँ .....

मैं हम सब के भविष्य के प्रति पूर्णतः आशावान हूँ| धीरे धीरे मनुष्य की ऊर्ध्वमुखी चेतना भी बढ़ रही है और विवेक भी जागृत हो रहा है ... कुछ में अधिक व कुछ में कम| मनुष्य का भौतिक ज्ञान तो निरंतर बढ़ ही रहा है, आध्यात्मिक चेतना भी बढ़ेगी ही| जो भविष्यवक्ता विनाश की भविष्यवाणियाँ कर रहे हैं, मैं उनमें विश्वास नहीं रखता, वे असत्य बोल कर हमें डरा रहे हैं| सन १९७० के दशक से अब तक की गईं सभी भविष्यवाणियाँ मैंने पढ़ी थीं, वे सब झूठी सिद्ध हुई हैं| अधिकांश भविष्यवाणियाँ ईसाई जगत से आई थीं| इस समय जो असत्य और अन्धकार की पैशाचिक शक्तियाँ हैं, वे निश्चित रूप से क्षीण होंगी| यह सृष्टि परमात्मा के संकल्प से चल रही है, असुरों के संकल्प से नहीं| 
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निरंतर विकसित हो रही आधुनिक उपग्रह संचार प्रणाली और सूचना प्रोद्योगिकी ने मनुष्य की सोच में बहुत बड़ा परिवर्तन किया है और निरंतर कर रही है| इसके दोनों ही परिणाम हमें मिल रहे हैं, सकारात्मक भी और नकारात्मक भी| मनुष्य का विवेक भी परमात्मा की कृपा से निरंतर धीरे धीरे बढ़ रहा है, जो इस संसार की रक्षा करेगा| मनुष्य के भौतिक ज्ञान में भी बहुत अधिक वृद्धि हुई है और हर नई पीढ़ी पुरानी पीढ़ी से अधिक बुद्धिमान है| यह एक अच्छा संकेत है|
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स्वयं में देवत्व जागृत करें और स्वयं के संकल्प को परमात्मा के संकल्प से जोड़ें| आने वाला भविष्य अच्छा ही अच्छा होगा| स्वयं में आस्था रखें, भगवान हमारे साथ हैं|

ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर 
२९ जनवरी २०१८

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