भारत के महानतम स्वतन्त्रता सेनानी, परम देशभक्त, प्रथम प्रधानमंत्री, नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर कोटि-कोटि नमन !! जय हिन्द !!
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भारत के विभाजन का किसी को क्या अधिकार था? क्या इसके लिए कोई जनमत संग्रह करवाया गया था? जो लोग इसके लिए जिम्मेदार थे वे अब तक तो नर्कगामी हो गए होंगे, पर उन को दिये गए सभी सम्मान बापस लिए जाएँ, और उनकी आधिकारिक रूप से सार्वजनिक निंदा की जाये| उन के कारण ३५ लाख से अधिक निर्दोष लोगों की हत्याएँ हुईं, करोड़ों लोग विस्थापित हुए, और लाखों महिलाओं और बच्चों पर दुराचार हुए| विभाजन के लिए जिम्मेदार लोग मनुष्य नहीं, साक्षात नर-पिशाच हत्यारे थे|
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भारत को निर्दयता से पूरी तरह लूट कर अँगरेज़ भारत से इसलिए गए क्योंकि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अंग्रेजी सेना की कमर टूट चुकी थी, और भारत के सैनिकों ने अँगरेज़ अधिकारियों को अभिवादन करना व उनके आदेश मानना बंद कर दिया था| १९४६ के नौसेना विद्रोह के बाद भारत के क्रांतिकारियों और आजाद हिन्द फौज से अँगरेज़ बहुत बुरी तरह डर गए थे, अतः उन्होंने भारत को छोड़ने में ही अपनी भलाई समझी| जाते जाते वे भारत का जितना नुकसान कर सकते थे, उतना कर गए और कैसे भी जोड़तोड़ कर के भारत की सत्ता एक काले अँगरेज़ को सौंप गए जिस के लिए ब्रिटिश हित ही सर्वोपरी था|
जय हिन्द, जय भारत ! वन्दे मातरम !!
२३ जनवरी २०२४
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