दीपावली की मंगलमय शुभ कामनायें,
बधाई
और
अभिनंदन
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आज कार्तिक अमावस्या पर दीपावली की रात्रि -- सिद्धि-प्रदात्री "कालरात्रि" है, जिस में सत्यनिष्ठा से की गई आध्यात्मिक साधना निश्चित रूप से सिद्धि प्रदान करती है। सभी को अपनी-अपनी गुरु-परम्परानुसार जप-तप व साधना यथासंभव अधिकाधिक करनी चाहिए।
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आज दो शिव-संकल्प स्वतः ही सामने आ रहे हैं ---
(१) इस जीवन में अब तक जो समय अज्ञान में व्यतीत हो गया सो तो हो गया, लेकिन अवशिष्ट जीवन में परमात्मा के प्रकाश को फैलाते हुए, दृढ़ निश्चय कर, अंधकार से ऊपर ही रहेंगे।
(२) इस शरीर की स्थिति कैसी भी हो, लेकिन इसी जन्म में हमें भगवत्-प्राप्ति करनी है। अब और अधिक प्रतीक्षा नहीं कर सकते। जहाँ पर भी भगवान ने हमें रखा है, वहाँ उनको अभी और इसी समय हमारे में व्यक्त होना ही होगा। जब इस देह का अंत होगा तब स्वयं भगवान नारायण ही हमारी गति होंगे।
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अभी और कुछ भी नहीं कहना है। सभी को दीपावली की शुभ कामनाएँ और नमन ! आप सब का जीवन मंगलमय हो। ॐ तत्सत् !!
कृपा शंकर
०४ नवंबर २०२१
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