(प्रश्न). सनातन-धर्म व स्वयं की रक्षा के लिए हम क्या कर सकते हैं? ---
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(उत्तर). धर्म को समझें, व उसका पालन करें। धर्म का पालन ही धर्म की रक्षा है। फिर धर्म ही हमारी रक्षा करेगा। सनातन धर्म की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, आवश्यकता है धर्म को समझने व उसका पालन करने की। धर्म का पालन हम करेंगे तभी धर्म की रक्षा होगी, अन्यथा यह सृष्टि नष्ट हो जाएगी। धर्म ने ही सृष्टि को धारण कर रखा है।
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स्वयं को निमित्त मात्र बनाकर अपना हर कार्य सत्यनिष्ठा (ईमानदारी) से करें। जीवन में हर कार्य परमात्मा की प्रसन्नता के लिए करें, और परमात्मा को ही स्वयं के माध्यम से कार्य करने दें। निरंतर परमात्मा का स्मरण रहे। इस से जीवन में अभ्युदय और निःश्रेयस की सिद्धि होगी। यही धर्म की रक्षा है।
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ॐ तत्सत् !! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
७ नवंबर २०२१
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