Tuesday, 11 February 2025

चाहे कितना भी असत्य रूपी अंधकार हो, दुःख के बादल कितने भी घने हों, पर कभी निराश न हों ---

 भगवान श्रीकृष्ण का आदेश है -----

"क्लैब्यं मा स्म गमः पार्थ नैतत्त्वय्युपपद्यते| क्षुद्रं हृदयदौर्बल्यं त्यक्त्वोत्तिष्ठ परन्तप||२:३||"
"हे पार्थ क्लीव (कायर) मत बनो| यह तुम्हारे लिये अशोभनीय है, हे परंतप हृदय की क्षुद्र दुर्बलता को त्यागकर खड़े हो जाओ||"
"O Partha, yield not to unmanliness. This does not befit you. O scorcher of foes, arise, giving up the petty weakness of the heart."
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चाहे कितना भी असत्य रूपी अंधकार हो, दुःख के बादल कितने भी घने हों, पर कभी निराश न हों| मनुष्य अकेला कभी पैशाचिक/आसुरी जगत का सामना नहीं कर सकता, उसे देवताओं की सहायता लेनी ही पड़ेगी| इस सृष्टि में पता नहीं कितनी बार असुरों का राज्य हुआ है, पर देवताओं ने कभी साहस नहीं खोया| कैसे भी संगठित होकर बार बार उन्होने अपने खोये हुए साम्राज्य को बापस पाया है| वेद भी अनेक बार लुप्त हुए हैं, जिनका ज्ञान फिर से भगवान ने दिया है| कर्ता भगवान को बनाओं और अपने धर्मक्षेत्र/कुरुक्षेत्र में डटे रहो| भगवान हमारे साथ हैं| याद रहे .....
"यत्र योगेश्वरः कृष्णो यत्र पार्थो धनुर्धरः| तत्र श्रीर्विजयो भूतिर्ध्रुवा नीतिर्मतिर्मम||१८:७८||"
"जहाँ योगेश्वर श्रीकृष्ण हैं और जहाँ धनुर्धारी अर्जुन है वहीं पर श्री, विजय, विभूति और ध्रुव नीति है, ऐसा मेरा मत है||"
"Wherever there is Kṛishṇa, the master of all mystics, and wherever there is Arjuna, the supreme archer, there will also certainly be opulence, victory, extraordinary power, and morality."
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किसी भी तरह की आत्मनिंदा या आत्महीनता के भाव से हम मुक्त हों| अपेक्षाएं सदा दुःखदायी होती हैं| किसी भी परिस्थिति में निज विवेक के प्रकाश में जो भी सर्वश्रेष्ठ है, वह हम करें, और उसका परिणाम ईश्वर को सौंप दें| यह सृष्टि द्वन्द्वात्मक विपरीत गुणों से बनी है| यह अंधकार और प्रकाश का खेल है| दोनों ही शाश्वत हैं| इस द्वन्द्व से ऊपर उठें| जो सर्वश्रेष्ठ है, उसका चिंतन करें, उसका परिणाम भी सर्वश्रेष्ठ होगा| सर्वश्रेष्ठ चिंतन परमात्मा का है, उसे निज जीवन का केंद्रविंदु बनायें| अतः भगवान को कर्ता बनाकर, उन्हें अपने हृदय में बिराजमान कर, पूर्ण समर्पित हो, इस विकट रणभूमि में युद्धरत रहो| सारा मार्ग वे दिखायेंगे, रक्षा भी करेंगे| विजय हमारी सुनिश्चित है|
ॐ तत्सत् ॐ ॐ ॐ ||
१२ फरवरी २०२०

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