"साधना" का और "साधक" होने का भाव एक मिथ्या भ्रम ही है .....
Sunday, 28 November 2021
"साधना" का और "साधक" होने का भाव एक मिथ्या भ्रम ही है ---
भोजन एक यज्ञ है जिसमें हर आहुति भगवान को दी जाती है ---
भोजन एक यज्ञ है जिसमें हर आहुति भगवान को दी जाती है। भोजन करने या जल पीने से पूर्व -- कुछ क्षणों तक उसे निहारें, और मानसिक रूप से भगवान को अर्पित करें। उनका सेवन बड़े प्रेम से धीरे-धीरे इस भाव से करें कि हमारे माध्यम से स्वयं भगवान ही इसे ग्रहण कर रहे हैं, और पूरी सृष्टि का इस से पालन-पोषण हो रहा है। गीता में भगवान कहते हैं --
भगवत्-प्राप्ति ही -- सत्य-सनातन-धर्म है ---
भगवत्-प्राप्ति ही -- सत्य-सनातन-धर्म है ---
खूब कमाओ, खाओ, और एकत्र करो, व एक दिन संसार से विदा हो जाओ ---
खूब कमाओ, खाओ, और एकत्र करो, व एक दिन संसार से विदा हो जाओ ---
हमारे दुःख, कष्ट, अभाव और बेचैनी -- भगवान की बड़ी कृपा और आशीर्वाद हैं ---
हमारे दुःख, कष्ट, अभाव और बेचैनी -- भगवान की बड़ी कृपा और आशीर्वाद हैं ---
इस आयु में मेरा स्वधर्म :---
इस आयु में मेरा स्वधर्म :---
Friday, 26 November 2021
भोजन एक यज्ञ है ---
भोजन एक यज्ञ है जिसमें हर आहुति भगवान को दी जाती है। भोजन करने या जल पीने से पूर्व -- कुछ क्षणों तक उसे निहारें, और मानसिक रूप से भगवान को अर्पित करें। उनका सेवन बड़े प्रेम से धीरे-धीरे इस भाव से करें कि हमारे माध्यम से स्वयं भगवान ही इसे ग्रहण कर रहे हैं, और पूरी सृष्टि का इस से पालन-पोषण हो रहा है। गीता में भगवान कहते हैं --
किसी वन में घूमते हुए अचानक ही जब सिंह सामने आ जाये तो क्या करेंगे ? ---
यह बात मैंने पहले भी अनेक बार लिखी है कि यदि हम किसी वन में घूमने जाएँ और सामने से अचानक कोई सिंह आ जाये तो हम क्या करेंगे? हम कुछ भी नहीं कर सकेंगे, क्योंकि जो कुछ भी करना है वह तो सिंह ही करेगा। उस से बचकर हम कहीं भाग नहीं सकते।
गुरु-कृपा .....
गुरु-कृपा .....
Thursday, 25 November 2021
श्रद्धा और विश्वास ---
जीवन और मृत्यु दोनों में भगवान हमारे साथ हैं ---
श्रद्धा और विश्वास ---
भगवान हमारे अंतर में व्यक्त होते हैं, कहीं बाहर नहीं ---
हिन्दुत्व पर हो रहे प्रहार और भारत की पीड़ा ---
हमारा स्वधर्म/परमधर्म क्या है? हमारे जीवन की सार्थकता क्या है? ---
Sunday, 21 November 2021
सर्वधर्मान्परित्यज्य ---
जो हम स्वयं हैं, वही हम दूसरों को दे सकते हैं (कुछ भी कम या अधिक नहीं) ---
"धर्म" कभी नष्ट नहीं होता ---
जब से भगवान से प्रेम हुआ है ---
अपवर्ग किसे कहते हैं? ---
Saturday, 20 November 2021
हम क्या बनें ? ...
हम क्या बनें ? ...
भगवान से परमप्रेम और उन की उपासना ही हमारा स्वधर्म है ---
भगवान से परमप्रेम और उन की उपासना ही हमारा स्वधर्म है ---
Friday, 19 November 2021
आत्माराम हो जाना ही भगवत्-प्राप्ति है ---
आत्माराम हो जाना ही भगवत्-प्राप्ति है ---
अनन्य-योग व अव्यभिचारिणी-भक्ति ---
अनन्य-योग व अव्यभिचारिणी-भक्ति ---