Tuesday 30 April 2019

लीबिया का संकट ! क्या लीबिया की गति सीरिया जैसी ही होगी ? ..

लीबिया का संकट ! क्या लीबिया की गति सीरिया जैसी ही होगी ? ...
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सीरिया और इराक में तो गृहयुद्ध शिया और सुन्नी मुसलमानों के मध्य द्वेष के कारण हुआ था जिस का भरपूर लाभ रूस और अमेरिका ने सीरिया को बहुत बुरी तरह लूट कर लिया, और अभी भी ले रहे हैं| अमेरिका ने तो इराक को बहुत बुरी तरह लूटा है| अमेरिका ने 'इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया' को जन्म दिया और उस के माध्यम से खूब पैसा बना कर इस्लामिक स्टेट को नष्ट भी करा दिया| अब अगला नंबर लगता है लीबिया का है| पर लीबिया तो एक सुन्नी देश है, जहाँ सुन्नी मुसलमानों का राज्य है, फिर भी गृहयुद्ध क्यों?
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लगभग १,८०,००० वर्ग कि.मी. क्षेत्रफल वाले इस देश की जनसंख्या सिर्फ ५७ लाख है जिसमें से १७ लाख लोग तो वहाँ की राजधानी त्रिपोली में ही रहते हैं| वहाँ की कुल भूमि का ९० प्रतिशत रेगिस्तान है और विपुल तेल के भंडार हैं| लीबियाई राजधानी त्रिपोली को अपने अधिकार में लेने के लिए विद्रोही सैनिक कमांडर खलीफा हफ्तार द्वारा छेड़े गए संघर्ष में दिन-प्रतिदिन लोगों की मौत का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है| एक ओर वहाँ की सरकारी सेना है तो दूसरी ओर खलीफा हफ्तार का साथ दे रहे विद्रोही सैनिक| त्रिपोली के घनी आबादी वाले इलाकों में गोले दागे जा रहे हैं जिन से मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है|
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लगता है यह गृहयुद्ध एक अंतर्राष्ट्रीय षडयंत्र का परिणाम है जिसका उद्देश्य भी महाशक्तियों द्वारा वहाँ के तेल भंडारों की लूट है|
कृपा शंकर
२१ अप्रेल २०१८

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