Tuesday 30 April 2019

भगवान ने हमें पूरी स्वतन्त्रता दी है .....

भगवान हाथ में डंडा लेकर किसी बड़े सिंहासन पर बैठा हुआ कोई अलोकिक पुरुष नहीं है जो अपनी संतानों को दंड और पुरष्कार दे रहा है| उसने हमें निर्मित करके पूरी स्वतंत्रता दी है स्वयं से दूर जाने की| जैसी हमारी सोच होती है वैसी ही परिस्थितियों का निर्माण हमारे चारों ओर हो जाता है| हमारे विचार और सोच ही हमारे कर्म हैं जो हमारे सुख-दुःख का हेतु बनते हैं| भगवान तो एक अगम अचिन्त्य परम चेतना है जो हम से पृथक नहीं है| वह चेतना ही यह सब लीला खेल रही है|
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कुछ लोग यह सोचते हैं कि भगवान ही सब कुछ करेगा और वही हमारा उद्धार करेगा| पर ऐसा नहीं है| हमारा समर्पण और हमारी उन्नत आध्यात्मिक चेतना ही हमारी रक्षा करेगी| हमारे हृदय में भगवान के प्रति कूट कूट कर प्रेम भरा होना चाहिए|
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आप सब को मेरा सादर प्रणाम ! ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
१२ अप्रेल २०१९

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