Thursday, 23 June 2016

पूर्णता कहाँ है ?

ॐ पूर्णमदः पूर्णमिदं पूर्णात्पुर्णमुदच्यते पूर्णश्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते ॥ ॐ शान्तिः शान्तिः शान्तिः ॥

पूरे जीवन में मैं अब तक अपने से बाहर ही पूर्णता ढूंढता रहा पर पूर्णता का कहीं आभास भी नहीं मिला| पर अब लग रहा है कि -------- पूर्णता कहीं मिलेगी तो अंतर में ही मिलेगी|
अब तक मिली तो नहीं है पर लग रहा है कि अवश्य ही मिल जाएगी|
पर अंतर से कोई बहुत सारी शर्तें थोप रहा है| लगता है पूर्णता ही अपनी कीमत माँग रही है| निःशुल्क तो कुछ भी नहीं है|
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अतः आप सब से यही कह सकता हूँ कि पूर्णता को ढूंढें तो अवश्य पर उसकी कीमत भी चुकाने को तैयार रहें|
चलो बता ही देता हूँ कि इसकी क्या कीमत है|
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इसकी कीमत है ------- "प्रभु के प्रति अहैतुकी सम्पूर्ण समर्पण"
यानि Total unconditional surrender to the Divine.

ॐ तत्सत | ॐ शांति शांति शांति ||

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