Thursday 23 June 2016

प्रेम मुदित मन से कहो ...राम राम राम ....

प्रेम मुदित मन से कहो ...राम राम राम ....
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सारी सृष्टि राममय है| इस राममय सृष्टि को देखने का एक तरीका यह भी है ..... मुदित होकर सब में राम के दर्शन करो, सब को प्रसन्नता से देखो और सब के सुख की कामना मन ही मन करो| किसी को भी कष्ट में देखो तो करुणावश मन ही मन 'राम' से उसके कल्याण की कामना करो| सब को देखकर प्रसन्न होवो और किसी की निंदा मत करो|
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आप सब से जुड़े हुए हो| आपसे पृथक कोई नहीं है| आप ही हैं जो दूसरों के रूप में व्यक्त हो रहे हो| सारी सृष्टि आप ही का प्रतिबिम्ब है| ॐ ॐ ॐ ||
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प्रेम मुदित मन से कहो राम राम राम,
राम राम राम, श्री राम राम राम ||१||
पाप कटें दुःख मिटें लेत राम नाम |
भव समुद्र सुखद नाव एक राम नाम ||२||
परम शांति सुख निधान नित्य राम नाम |
निराधार को आधार एक राम नाम ||३||
संत हृदय सदा बसत एक राम नाम |
परम गोप्य परम इष्ट मंत्र राम नाम ||४||
महादेव सतत जपत दिव्य राम नाम |
राम राम राम श्री राम राम राम ||५||
मात पिता बंधु सखा सब ही राम नाम |
भक्त जनन जीवन धन एक राम नाम ||६||

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