Sunday 20 January 2019

३१ दिसंबर की रात्रि निशाचर रात्रि होती है .....

आने वाले ३१ दिसंबर को निशाचर-रात्रि है| निशाचर-रात्रि की सभी निशाचरों को शुभ कामनाएँ ..... "परमात्मा सब का कल्याण करें" ....
आने वाले ३१ दिसंबर को निशाचर-रात्रि है, बच कर रहें| इस रात्रि को निशाचर लोग मदिरापान, अभक्ष्य भोजन, फूहड़ नाच गाना, और अमर्यादित आचरण करते हैं| "निशा" रात को कहते हैं, और "चर" का अर्थ होता है चलना-फिरना या खाना| जो लोग रात को अभक्ष्य आहार लेते हैं, या रात को अनावश्यक घूम-फिर कर आवारागर्दी करते हैं, वे निशाचर हैं|
रात्रि को या तो पुलिस ही गश्त लगाती है, या चोर-डाकू, व तामसिक लोग ही घूमते-फिरते हैं| जिस रात भगवान का भजन नहीं होता वह राक्षस-रात्रि है, और जिस रात भगवान का भजन हो जाए वह देव-रात्रि है| ३१ दिसंबर की रात को लगभग पूरी दुनिया ही निशाचर बन जाएगी| अतः बच कर रहें, सत्संग का आयोजन करें या भगवान का ध्यान करें| सबको शुभ कामनाएँ |
ॐ तत्सत् ! ॐ नमो भगवते वासुदेवाय !!
कृपा शंकर

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