Friday, 6 May 2022

आने वाला समय बहुत अधिक परिवर्तनकारी होगा ---

 आने वाला समय बहुत अधिक परिवर्तनकारी होगा ---

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"जीवन में अभ्युदय यानि पूर्णता का सतत प्रयास, अपनी श्रेष्ठतम सम्भावनाओं की अभिव्यक्ति, परम तत्व की खोज, दिव्य अहैतुकी परम प्रेम, भक्ति, करुणा, परमात्मा को समर्पण और नि:श्रेयस की भावना" --- हमारा सत्य-सनातन-धर्म है, जो भारत की अस्मिता है। इसी की रक्षा के लिए भगवान बार बार अवतार लेते हैं।
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सनातन धर्म ही विश्व का भविष्य और रक्षक है। इसका ह्रास विश्व के विनाश का कारण होगा। हमारी पीड़ा यह है कि वर्तमान में हमारे देश का चारित्रिक पतन हो गया है। हर कदम पर असत्य, छल-कपट, घूस/रिश्वतखोरी और अधर्म व्याप्त हो गया है। धर्म-निरपेक्षता, सर्वधर्म समभाव और आधुनिकता आदि आदि नामों से हमारी अस्मिता पर मर्मान्तक प्रहार हो रहे हैं। भारत की शिक्षा और कृषि व्यवस्था को नष्ट कर दिया गया है। झूठा इतिहास पढ़ाया जा रहा है। संस्कृति के नाम पर फूहड़ नाच-गाने परोसे जा रहे हैं। हमारी कोई नाचने-गाने वालों की संस्कृति नहीं है। हमारी संस्कृति -- ऋषियों-मुनियों, महाप्रतापी धर्मरक्षक वीर राजाओं, ईश्वर के अवतारों, वेद-वेदांगों, दर्शनशास्त्रों, धर्मग्रंथों और संस्कृत वांग्मय की है। जो कुछ भी भारतीय है उसे हेय दृष्टी से देखा जा रहा है। विदेशी मूल्य थोपे जा रहे हैं। देश को निरंतर खोखला, निर्वीर्य और धर्महीन बनाया जा रहा है। सबसे बड़ी दुखद बात तो यह है कि देश का हर व्यक्ति अपने बच्चों को काला अंग्रेज़ बनाना चाहता है, भारतीय नहीं।
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लेकिन यह चलने वाली बात नहीं है। बहुत ही शीघ्र आने वाले समय में अमेरिका का दबदबा समाप्त हो जाएगा। कोई उसे गंभीरता से नहीं लेगा। इंग्लैंड नष्ट हो जाएगा। इंग्लैंड पर उत्तरी अफ्रीका, पश्चिमी एशिया, और अन्य देशों से आये काले लोगों का राज्य हो जाएगा। यूरोप में भी महा भयानक विनाश होगा। विश्व की जनसंख्या बहुत कम हो जाएगी। इस विनाश से महादेव की परम कृपा ही बचा सकती है। भारत का अभ्युदय होगा। कैसे होगा? इस विषय पर अभी नहीं लिख सकता। भारत में भी बहुत अधिक विनाश होगा। पर यह तय है कि आने वाला समय बहुत अधिक परिवर्तनकारी और शुभ होगा।
ॐ तत्सत् !!
२८ अप्रेल २०२२

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