Saturday, 9 July 2016

जिसने भारतभूमि में जन्म लेकर भी सत्संग नहीं किया, भगवान से प्रेम नहीं किया और परोपकार नहीं किया, वह वास्तव में अभागा है|

जिसने भारतभूमि में जन्म लेकर भी सत्संग नहीं किया, भगवान से प्रेम नहीं किया और परोपकार नहीं किया, वह वास्तव में अभागा है|
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विश्व में भारत जी एकमात्र ऐसा देश है जहाँ अहैतुकी परम प्रेम और पराभक्ति की अवधारणा है|
भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहाँ समष्टि के कल्याण की कामना की जाती है|
भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहाँ गुरु-शिष्य की परपरा है|
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ॐ तत्सत् | ॐ ॐ ॐ ||

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