Saturday, 9 July 2016

क्या गरीबी और अशिक्षा मनुष्य को आतंकवादी बनाती हैं ? ..... क्या आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता ?

क्या गरीबी और अशिक्षा मनुष्य को आतंकवादी बनाती हैं ? .....
क्या आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता ?
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भारत के राजनेताओं ने हमें तोते की तरह यही रटाया है कि ....
(1) आतंकवाद का कोई मजहब नहीं होता|
(2) आतंकवाद की जड़ अशिक्षा और दरिद्रता है|
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लेकिन व्यवहारिक रूप से आँख खोलकर देखते हैं तो पाते हैं कि आतंकवादियों का मजहब भी होता है, और वे सभी धनवान घरों के उच्च शिक्षा प्राप्त युवक होते हैं|
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सेक्युलरों, क्रूसेडरों और जेहादियों का लक्ष्य हैं हिन्दुओं का सर्वनाश करना|
हिन्दुओं का लक्ष्य है मुफ्त में बिजली-पानी और सस्ते में दाल व प्याज मिल जाए तो सता सेकुलरों को सौंप देना| मुफ्त में सब कुछ मिलने का आश्वासन यदि मिल जाए तो हम लोग भारत का शासन अंग्रेजों को भी सौंप देंगे|
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जेहादी यदि सत्ता में आ गए तो हिन्दुओं की वही दुर्गति होगी जो पकिस्तान व बंगलादेश में हुई है, और यजीदियों की इराक में हुई है|
गला रेत कर तडपा तडपा कर दूसरों को मारने का काम ये ही लोग करते हैं|
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भगवान हमारी रक्षा करें| ॐ ॐ ॐ ||

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