(प्रार्थना) हे प्रभु, मेरा कल्याण करो .....
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अब जायें तो जायें कहाँ ? कोई और ठिकाना नहीं है | जहाज के पक्षी की सी हालत है| घूम-फिर कर बापस वहीं आ जाते हैं| आप ही सत्य हो, आप ही ज्ञान हो और आप ही अनंत ब्रह्म हो| सत्यं ज्ञानं अनन्तं ब्रह्म (तैत्तिरीय उप०, २.१)|| मुझे अपने ध्यान से विमुख मत करो| मेरा ध्यान एक माइक्रोसेकंड के लिए भी आपसे परे न जाए, निरंतर आपमें ही लगा रहे|
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"सत्यं ज्ञानं अनन्तं ब्रह्म" ..... तैत्तिरीयोपनिषद का यह मन्त्र ध्यान साधना के सर्वश्रेष्ठ मन्त्रों में से एक है| परमात्मा ही एकमात्र सत्य हैं, अतः वे सत्यनारायण हैं| उनकी अनंतता का प्रकाश ही सत्य और ज्ञान है| वे भगवान सत्यनारायण निरंतर मेरे चैतन्य में रहें| आपकी जय हो|
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ॐ तत्सत् ! ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
१२ फरवरी २०१९
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अब जायें तो जायें कहाँ ? कोई और ठिकाना नहीं है | जहाज के पक्षी की सी हालत है| घूम-फिर कर बापस वहीं आ जाते हैं| आप ही सत्य हो, आप ही ज्ञान हो और आप ही अनंत ब्रह्म हो| सत्यं ज्ञानं अनन्तं ब्रह्म (तैत्तिरीय उप०, २.१)|| मुझे अपने ध्यान से विमुख मत करो| मेरा ध्यान एक माइक्रोसेकंड के लिए भी आपसे परे न जाए, निरंतर आपमें ही लगा रहे|
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"सत्यं ज्ञानं अनन्तं ब्रह्म" ..... तैत्तिरीयोपनिषद का यह मन्त्र ध्यान साधना के सर्वश्रेष्ठ मन्त्रों में से एक है| परमात्मा ही एकमात्र सत्य हैं, अतः वे सत्यनारायण हैं| उनकी अनंतता का प्रकाश ही सत्य और ज्ञान है| वे भगवान सत्यनारायण निरंतर मेरे चैतन्य में रहें| आपकी जय हो|
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ॐ तत्सत् ! ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
१२ फरवरी २०१९
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