Sunday 29 April 2018

ग्रह-नक्षत्रों के जाल से कैसे बच सकते हैं ? .....

ग्रह-नक्षत्रों के जाल से कैसे बच सकते हैं ? .....
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यह कर्मफलों का सिद्धांत और ग्रहों के संयोग का चक्कर बड़ा विचित्र है| प्रकृति के नियम भी बड़े जटिल हैं जो आसानी से समझ में नहीं आते| कई बार जीवन में मैनें देखा है कि जाने-अनजाने में कई मनुष्य बड़ी बड़ी भूलें और बड़े बड़े अपराध कर देते हैं, पर वे किसी की दृष्टि में नहीं आते, और वे दोषी होकर भी बच जाते हैं, उनका कुछ नहीं बिगड़ता| ऐसा संभवतः उसके ग्रह-नक्षत्रों की अनुकूलता के कारण होता है|
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कई बार व्यक्ति कोई व्यक्ति अनजाने में ही कोई छोटी-मोटी भूल कर बैठता है पर बड़े गंभीर मामलों में फँस जाता है जिस के बहुत बुरे परिणाम उसे भुगतने पड़ते हैं| कई बार किसी सरकारी संगठन में बड़े अधिकारी अपनी कमी या अपनी भूल छिपाने के लिए किसी कनिष्ठ कर्मचारी पर सारा दोष डाल कर उसे ऐसा फँसा देते हैं कि निरपराध होते हुए भी उसे सजा भुगतनी पड़ती है| कई बार पुलिस वाले भी मार मार कर निर्दोष को दोषी बना देते हैं| कई बार चलते चलते बिना किसी गलती के हम दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं| कई बार हम अचानक बीमार पड़ जाते हैं| लगता है यह सब भी ग्रह-नक्षत्रों की प्रतिकूलता के कारण होता है|
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इन सब परिस्थितियों से कैसे बच सकते हैं? मेरे विचार से कोई उपाय नहीं है| सिर्फ भगवान ही हमारी रक्षा कर सकते हैं| निरंतर शिव शिव या अपने अपने इष्टदेव का नाम जपते रहें| भगवान का निरंतर स्मरण निश्चित ही हमारी रक्षा करेगा|

ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
२५ अप्रेल २०१८

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