Sunday 28 August 2016

साधू , सावधान !

साधू सावधान ! .....
-----------------
नर्क की अग्नि से भी भयावह वासना की अग्नि है|
सावधान साधू व्यक्ति, इससे बच कर रहो|
इसकी कल्पना भी तुम्हे नर्क की अग्नि में गिरा देगी|
.
जो पतनोन्मुख है, और जो गलत लोगों का संग करता है, उसका साथ छोड़ देना चाहिए, चाहे वह स्वयं का गुरु ही क्यों ना हो| कुसंग सर्वदा त्याज्य है|

No comments:

Post a Comment