Sunday 21 January 2018

श्री अरुण शौरी के बारे में मेरा एक निजी मत ....

श्री अरुण शौरी के बारे में मेरा एक निजी मत ....

श्री #अरुण #शौरी से मैं कभी मिला नहीं हूँ, न ही उनको व्यक्तिगत रूप से जानता हूँ| पर मैं उन्हें उनके द्वारा लिखी हुई पुस्तकों और उनके लेखों के माध्यम से जानता हूँ| दिल्ली के Voice of India नाम के एक राष्ट्रवादी प्रकाशन के बारे में जानकारी भी मुझे उनके एक लेख से ही मिली थी|

उन्होंने अब तक जितनी भी पुस्तकें लिखी हैं और जितने भी लेख लिखे हैं, उनमें उनके कट्टर राष्ट्रवादी विचार, स्पष्ट सोच, गहन अध्ययन, विद्वता, और राष्ट्र के लिए कुछ करने की तड़प परिलक्षित होती है| ऐसे विद्वान् व्यक्ति का आज के समय में मिलना अति दुर्लभ है| ऐसे राष्ट्रवादी व्यक्ति की उपेक्षा ने संभवतः उन्हें विद्रोही बना दिया हो|

मुझे कई बार लगता है कि "मानव संसाधन विकास" जैसा मंत्रालय उनके जैसे ही किसी कर्मठ और समर्पित व्यक्ति को ही मिलना चाहिए था| बाकि मंत्री कोई उल्लेखनीय कार्य इस मंत्रालय में अब तक नहीं कर पाए हैं|
वे नहीं तो अन्य कोई वैसा ही सही, पर उस मंत्रालय से जो अपेक्षाएँ थी वे पूरी नहीं हुई हैं|

वन्दे मातरं ! भारत माता की जय |
१७ जनवरी २०१८

No comments:

Post a Comment