मित्रता दिवस (Friendship Day).......
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आज मित्रता दिवस बोलकर कुछ सन्देश मिले हैं |
मेरा तो एक ही मित्र है जो सबका शाश्वत मित्र है |
उसके सिवाय अन्य कोई है ही नहीं |
वही इस संसार लीला में शत्रु-मित्र सभी कुछ है |
वही इस "मुझ" के रूप में भी व्यक्त हो रहा है |
जिसने इस सृष्टि को रचा है, वह ही मेरा एकमात्र मित्र है |
उसकी समस्त सृष्टि मेरी मित्र है |
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आज मित्रता दिवस बोलकर कुछ सन्देश मिले हैं |
मेरा तो एक ही मित्र है जो सबका शाश्वत मित्र है |
उसके सिवाय अन्य कोई है ही नहीं |
वही इस संसार लीला में शत्रु-मित्र सभी कुछ है |
वही इस "मुझ" के रूप में भी व्यक्त हो रहा है |
जिसने इस सृष्टि को रचा है, वह ही मेरा एकमात्र मित्र है |
उसकी समस्त सृष्टि मेरी मित्र है |
किसे सन्देश दूँ ? किसे नहीं ? सन्देश कौन देगा ? किसको देगा ?
हे शाश्वत परम मित्र, स्वयं को अपनी इस लीला-भूमि में प्रकट करो |
इसके सिवा अन्य कोई सन्देश या प्रार्थना मेरे पास है ही नहीं |
ॐ ॐ ॐ !!
हे शाश्वत परम मित्र, स्वयं को अपनी इस लीला-भूमि में प्रकट करो |
इसके सिवा अन्य कोई सन्देश या प्रार्थना मेरे पास है ही नहीं |
ॐ ॐ ॐ !!
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