Thursday 3 May 2018

हमारी आतंरिक दृष्टि यानि हमारी चेतना सदा परमात्मा की ओर ही रहे .....

हमारी आतंरिक दृष्टि यानि हमारी चेतना सदा परमात्मा की ओर ही रहे .....
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किसी भी शिवालय में हम जाते हैं तो हमारी दृष्टि भगवान शिव के वाहन नंदी पर पड़ती ही है| नंदी का मुँह सदा भगवान शिव की ओर होता है| नंदी भगवान शिव का वाहन है और उसकी दृष्टि सदा भगवान शिव की ओर है, वैसे ही हमारी यह देह भी आत्मा का वाहन है, जिसकी दृष्टि यानि चेतना सदा आत्म-तत्व की ओर होनी चाहिए|

ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
१ मई २०१८

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