Thursday 3 May 2018

हमारी प्राथमिकता परमात्मा का ध्यान है .....

हमारी प्राथमिकता परमात्मा का ध्यान है .....
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स्वयं की कमियों को दूर करने के लिए परमात्मा पर ध्यान से अच्छा कोई अन्य उपाय नहीं है| परमात्मा अचिन्त्य है पर उनकी सर्वव्यापकता और उनका वाचक प्रणव व तारक मन्त्र "राम" तो उनकी परम कृपा से प्रायः सभी की समझ में आ ही जाता है| सदा निमित्त मात्र होने का भाव रखो और पूर्ण प्रेम से कर्ता उन्हीं को बनाओ| हम उनके उपकरण मात्र हैं, उपासक, उपासना और उपास्य तो वे परम प्रिय ही हैं| हम कोई बहाना न बनाएँ, पूरा प्रेम उन्हें दें, फिर पूरा मार्ग प्रशस्त हो जाता है|
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मेरे ह्रदय का पूर्ण प्रेम आप सब को समर्पित है| ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
५ अप्रेल २०१८

1 comment:

  1. अपनी अपनी क्षमतानुसार जितना साधन-भजन हो सकता है उतना कीजिये और बाकी परमात्मा पर छोड़ दीजिये.
    ॐ ॐ ॐ

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