Thursday 8 December 2016

किसी भी संस्कृति की महानता उसके नायकों से आंकी जाती है .....

किसी भी संस्कृति की महानता उसके नायकों से आंकी जाती है .....
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भारतवर्ष के महान नायक --- आध्यात्मिक महापुरुष ही रहे हैं जिनसे हम युगों युगों से प्रेरणा लेते रहे हैं| हमारे महानतम प्रेरणास्त्रोत रहे हैं भगवान श्रीराम और भगवान श्रीकृष्ण|
भारत में पृथु जैसे राजा भी हुए हैं जिन्होंने सम्पूर्ण पृथ्वी पर राज्य किया है, जिनके कारण यह ग्रह पृथ्वी कहलाता है| पर हम उनको आदर्श न मानकर श्रीराम और श्रीकृष्ण को ही परम आदर्श मानते आये हैं पिछले हज़ारों वर्षों से| उनके आदर्शों ने ही हमारे राष्ट्र को जीवित रखा है, और उनके आदर्श ही हमारा पुनरोद्धार करेंगे|
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वे ही हमारे उपास्य हैं, उपासना द्वारा उनके गुणों को हमें स्वयं में अवतरित करना ही पड़ेगा| हमें अपने सत्य सनातन धर्म और महानतम संस्कृति के पुनरोद्धार के लिए निज जीवन में परमात्मा को व्यक्त करना ही होगा और अपने समाज के बच्चों में भी भगवान के प्रति अहैतुकी परम प्रेम जागृत करना ही होगा| यही जीवन की सार्थकता होगी| जो भगवान को प्रेम नहीं कर सकता वह अपने राष्ट्र को या किसी को भी प्रेम नहीं कर सकता|
सब का कल्याण हो|

ॐ शिव | ॐ ॐ ॐ ||

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