Monday 5 December 2016

समाज में भक्ति .....

समाज के अनेक वर्गों में परमात्मा के प्रति भक्ति निश्चित रूप से बढ़ रही है| यह मैं पिछले कई वर्षों से देख रहा हूँ| यह भी हो सकता है कि मैं समाज के उन्हीं वर्गों की ओर आकर्षित हो रहा हूँ जिनमें भक्ति भाव बढ़ रहा है| पर जो भी लोग परमात्मा की ओर बढ़ रहे हैं वे बहुत दृढ़ता से बढ़ रहे हैं| पूरे भारत में अनेक अच्छे अच्छे साधकों से मेरे संपर्क हैं| स्वाभाविक रूप से वे ही लोग मुझे आकर्षित करते हैं जो परमात्मा से प्रेम करते हैं| अन्यों के प्रति मेरा कोई आकर्षण नहीं है|
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आज श्री बांकेबिहारी प्राकट्योत्सव और श्रीराम-जानकी विवाहोत्सव के उपलक्ष में एक मंदिर में दो घंटे का भजन-कीर्तन का कार्यक्रम था जहाँ मैं निमंत्रित था| मेरे आश्चर्य की कोई सीमा नहीं रही जब बताये हुए समय पर पूरे मंदिर का प्रांगण भक्त महिलाओं और पुरुषों से भर गया और दो घंटे तक सबने खूब भजन गाये और कीर्तन किया| पूरा वातावरण भक्ति से झूम उठा|
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धन्य हैं वे माताएँ जो अपनी घर-गृहस्थी का काम भी कुशलता से संभालती हैं, अपने बच्चों को अच्छे संस्कार भी देती हैं, परोपकार का कार्य भी करती हैं और भगवान की भक्ति का भी प्रचार करती हैं| हमारा धर्म और संस्कृति ऐसी माताओं के कारण ही सुरक्षित है| भगवान उनकी रक्षा और निरंतर मार्ग-दर्शन करे|
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ॐ ॐ ॐ ||

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