प्रश्न : त्यागी कौन है ? .....
उत्तर : गीता में भगवान कहते हैं .....
"न हि देहभृता शक्यं त्यक्तुं कर्माण्यशेषतः| यस्तु कर्मफलत्यागी स त्यागीत्यभिधीयते||१८:११||
अर्थात् ..... क्योंकि देहधारी पुरुष के द्वारा अशेष कर्मों का त्याग संभव नहीं है| इसलिए जो कर्मफल त्यागी है, वही पुरुष त्यागी कहा जाता है||
"न हि देहभृता शक्यं त्यक्तुं कर्माण्यशेषतः| यस्तु कर्मफलत्यागी स त्यागीत्यभिधीयते||१८:११||
अर्थात् ..... क्योंकि देहधारी पुरुष के द्वारा अशेष कर्मों का त्याग संभव नहीं है| इसलिए जो कर्मफल त्यागी है, वही पुरुष त्यागी कहा जाता है||
गीता के अनुसार त्यागी वह है जिसने सभी कर्मफलों का त्याग कर दिया है| त्यागी नाम रखने से ही कोई त्यागी नहीं हो जाता |
६ मई २०१९
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