Sunday 11 June 2017

किसी को प्रभावित करने से क्या मिलेगा ? .....


किसी को प्रभावित करने से क्या मिलेगा ? .....
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किसी को प्रभावित करने का प्रयास एक बहुत बड़ा और छिपा हुआ अहंकार है| यह स्वयं के साथ बेईमानी और धोखा है| यह राग और द्वेष की ही अभिव्यक्ति है| किसी को प्रभावित करने से क्या मिलेगा? कुछ भी नहीं मिलता, मात्र अहंकार की ही तृप्ति होती है|
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महत्वपूर्ण हम नहीं हैं, महत्वपूर्ण तो परमात्मा है जो हमारे ह्रदय में है| यह सृष्टि .... प्रकाश और अन्धकार के रूप में उन्हीं की अभिव्यक्ति है| हमें अपने रूप, गुण, धन, विद्या, बल, पद, यौवन और व्यक्तित्व का बहुत अधिक अभिमान होता है, जिसके बल पर हम दूसरों को हीन और स्वयं को श्रेष्ठ सिद्ध करना चाहते हैं| अपने शब्दों या अभिनय द्वारा एक झूठे वैराग्य और झूठी भक्ति का प्रदर्शन .... सबसे बड़ा धोखा है जो हम स्वयं को देते हैं| निश्चित रूप से यह अहंकार हमें परमात्मा से दूर करता है|
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यह अहंकार परमात्मा के अनुग्रह से ही दूर हो सकता है, अन्य कोई उपाय नहीं है| इसके लिए हमें भगवान से ही प्रार्थना करनी पड़ेगी जिससे वे करुणावश द्रवित होकर किसी न किसी के माध्यम से हमारा मार्गदर्शन करें| फिर अभ्यास द्वारा हमें अंतर्मुखी भी होना पड़ेगा| तब परमात्मा की ही कृपा से हमें उनकी अनुभूतियाँ भी होंगी और हम अहंकार मुक्त हो सकेंगे|
ॐ तत्सत् | ॐ ॐ ॐ ||

कृपा शंकर
१० जून २०१७

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