Friday, 7 December 2018

जीवन का हर क्षण परमात्मा का आशीर्वाद है .....

जीवन का हर क्षण परमात्मा का आशीर्वाद है .....
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आज प्रातः उठते ही यह देखकर मन बड़ा प्रसन्न हुआ कि नित्य की तरह आज भी मैं परमात्मा की कृपा से परमात्मा का ही चिंतन, मनन और ध्यान करने के लिए जीवित हूँ| यह जीवन जीने के लिए परमात्मा ने दिया है, और वे ही इस जीवन को जी रहे हैं| आज का दिन ही नहीं अपितु हर दिन जीवन का श्रेष्ठतम दिन है, और बीते हुए दिन से अधिक अच्छा होगा| गुरु व परमात्मा को प्रणाम कर थोड़ी देर उनका ध्यान किया| अब कुछ व्यायाम करूँगा और पास के ही एक बगीचे में घूमने जा रहा हूँ| आधा घंटा वहाँ घूमूँगा और मतदान केंद्र पर सबसे पहिले पहुँच कर ठीक प्रातः ८ बजे (राज्य विधानसभा के लिए हो रहे चुनाव में) अपने विवेक से मतदान करूँगा जो मेरा राष्ट्रीय दायित्व है|
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प्रातःकाल स्वयं को जीवित पाना परमात्मा का एक आशीर्वाद है| यह जीवन परमात्मा द्वारा उन्हीं की उपासना के लिए दिया हुआ एक सुअवसर है, जिसे वे स्वयं ही जीते हैं| जीवन का हर क्षण आनंद है| पूरा ह्रदय प्रेम से भर गया है|
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आनंद ही आनंद है आनंद में रहेंगे,
कल क्या हुआ कल क्या होगा चिंता नहीं करेंगे.
हम रामजी के रामजी हमारे ही रहेंगे,
कल क्या हुआ कल क्या होगा चिंता नहीं करेंगे..
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चिंता करने के लिए माँ भगवती के रूप में स्वयं परमात्मा हैं| चिंता करना उनका काम है| उन्होंने अपने चरणों में आश्रय दे दिया है, यही क्या कम है ?
"अनन्याश्चिन्तयन्तो मां ये जनाः पर्युपासते| तेषां नित्याभियुक्तानां योगक्षेमं वहाम्यहम्||९:२२||
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हे प्रभु, तुम्हारा इतना चिंतन करने का सामर्थ्य दो कि सब चिंताएँ तुम्हारी ही हो जायें|
ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ नमो भगवते वासुदेवाय ! हर हर महादेव !
कृपा शंकर
७ दिसंबर २०१८

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