Friday 7 December 2018

"भारतीय नौसेना दिवस" पर सभी पूर्व वयोवृद्ध व वर्तमान सेवारत नौसैनिकों का अभिनन्दन ......

"भारतीय नौसेना दिवस २०१८" पर सभी पूर्व वयोवृद्ध व वर्तमान सेवारत नौसैनिकों का अभिनन्दन ......
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४ दिसंबर १९७१ को Operation Trident नामक अभियान चलाकर नौसेना ने पाकिस्तान के कराची बन्दरगाह पर सफल आक्रमण किया था| उस दिन की स्मृति में हर वर्ष ४ दिसंबर को नौ सेना दिवस मनाया जाता है| इस हमले में पाकिस्तान के कई जहाज नष्ट कर दिए गए थे| कराची का तेल डिपो सात दिन तक लगातार जलता रहा| कराची के तेल टैंकरों में लगी आग की लपटों को ६० किलोमीटर की दूरी से भी देखा जा सकता था|
उस समय बंगाल की खाड़ी में भी नौसेना ने बहुत प्रशंसनीय कार्य किया था| नौसेना ने तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान के समुद्री मार्ग को अवरुद्ध कर दिया था और पाकिस्तान की एक पनडुब्बी को विशाखापट्टनम के बाहर डुबा दिया|
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ब्रिटिश भारतीय नौसेना का भारत की स्वतन्त्रता में निर्णायक योगदान ....
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भारत की स्वतन्त्रता में तत्कालीन ब्रिटिश भारतीय नौसेना का बहुत बड़ा निर्णायक योगदान था| सन १९४६ में तत्कालीन रॉयल इंडियन नेवी के नौसैनिकों ने अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह कर दिया था जिसमें सभी अँगरेज़ अधिकारियों को कोलाबा में बंद कर उनके चारों ओर बारूद लगा दी थी| नौसैनिकों ने भारत की स्वतंत्रता के पक्ष में प्रदर्शन भी किया और बंबई (मुंबई) की सारी जनता नौसैनिकों के पक्ष में आ गयी थी| भारतीय सिपाहियों ने अन्ग्रेज़ अधिकारियों के आदेश मानने बंद कर दिए| इस घटना से अँगरेज़ इतना डर गये थे की उन्होंने भारत छोड़ने का निर्णय ले लिया|
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भारत को आज़ाद करने का जो आधिकारिक कारण ब्रिटिश संसद में वहाँ के प्रधानमंत्री ने जो बताया वह यह था कि .....
........ हिन्दुस्तानी भाड़े के सैनिकों ने अँगरेज़ अधिकारियों का आदेश मानने से मना कर दिया है और द्वितीय विश्व युद्ध के पश्चात ब्रिटिश सेना इतनी बुरी तरह टूट चुकी है कि उनमें भाड़े की हिन्दुस्तानी फौज को काबू में रखने का सामर्थ्य नहीं है| ......
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अँगरेज़ एक तो क्रांतिकारियों से, और नेताजी सुभाष बोस द्वारा आज़ाद हिन्द फौज के गठन से ही डरे हुए थे| फिर नौसेना के विद्रोह से तो बिलकुल ही डर गए थे| भारतीय सैनिकों ने अँगरेज़ अधिकारियों को सलामी देना और उनका आदेश मानना बंद कर दिया था| अँगरेज़ समझ गए कि भारत में कुछ समय और रहे तो उन्हें मार-पीट कर और धक्का देकर भगा दिया जाएगा| इसलिए वे भारत के टुकड़े कर सत्ता अपने मानस पुत्रों को सौंप कर चले गए|
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हमें झूठा इतिहास पढाया जाता है कि .... दे दी हमें आज़ादी बिना खडग बिना ढाल ..... जो कि भारत के इतिहास का सबसे बड़ा झूठ है|
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भारत माता की जय | वन्दे मातरम् |
कृपा शंकर
४ दिसंबर २०१८

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