Wednesday 15 August 2018

हर दृश्य एक ऊर्जाखंड, और विभिन्न आवृतियों पर स्पन्दन मात्र हैं .....

ध्यान साधना में धीरे धीरे हर दृश्य के पीछे सिर्फ .... (१) ऊर्जा (Energy), (२) आवृति (Frequency), और (३) स्पंदन (Vibration) की ही अनुभूतियाँ होने लगती हैं| जो दिखाई दे रहा है वह सत्य नहीं है, जो सत्य है वह दिखाई नहीं दे रहा है|

यह शरीर रूपी वाहन जो भगवान ने लोकयात्रा के लिए दिया है, वह अलग अलग आवृतियों पर हो रहा ऊर्जा का एक स्पंदन मात्र ही है| सारी भौतिक सृष्टि ही ऊर्जा का अलग अलग आवृतियों पर स्पंदन है| इसके पीछे एक चेतना है, और उस चेतना के पीछे एक विचार है| वह विचार “एकोहं बहुस्याम” ही परमात्मा का संकल्प है| हम यह देह नहीं परमात्मा का एक संकल्प, और परमात्मा के साथ एक हैं| ॐ ॐ ॐ !!

ॐ तत्सत् ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
१३ अगस्त २०१८

No comments:

Post a Comment