Wednesday 4 January 2017

Be Thou the polestar of my shipwrecked thoughts....

......... Be Thou the polestar of my shipwrecked thoughts.
हे प्रेममय गुरुदेव,
तुम को भी नमन और मुझ को भी नमन !
तुम्हारे साथ तो इतना जुड़ गया हूँ कि अब कोई भेद ही नहीं रहा है |
दोनों को नमन !
तुम और मैं दोनों ही अब परब्रह्म परमात्मा में एक हैं |
दोनों ही सच्चिदानंद में मिल गए हैं |
.
तुम्हारे से सुन्दर और देखने योग्य अन्य कुछ भी नहीं है |
तुम्ही ज्योतिर्मय कूटस्थ ब्रह्म और नाद हो |
तुम्ही परमशिव और तुम्हीं विष्णु हो |
मैं तुम्हारे साथ एक हूँ, मैं तुम्हारी पूर्णता और प्रेम हूँ |

ॐ ॐ ॐ ॐ ॐ !!

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