आज 31 दिसंबर की रात्री का वातावरण अत्यधिक तमोगुण और रजोगुण से भरपूर होता
है| पूरे विश्व में ही मांस, मदिरा का सेवन और नाच-गा कर बहुत सारे लोग
उत्सव मनाते हैं|
यदि आप आध्यात्म मार्ग के पथिक हैं तो ऐसे वातावरण से दूर रहिये और एकांत में या सामूहिक रूप से भगवान का ध्यान / जप / कीर्तन / भजन आदि कीजिये| जो कुछ भी हो रहा है, जिसे हम बदल नहीं सकते, उसके लिए उपाय यही है कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ करें और अन्यों की आलोचना, निंदा व शिकायत ना करें| दूसरो के कामों के लिए हम उत्तरदायी नहीं हैं, अतः उनका चिंतन न कर प्रभु का ही चिंतन करें|
ॐ ॐ ॐ ||
यदि आप आध्यात्म मार्ग के पथिक हैं तो ऐसे वातावरण से दूर रहिये और एकांत में या सामूहिक रूप से भगवान का ध्यान / जप / कीर्तन / भजन आदि कीजिये| जो कुछ भी हो रहा है, जिसे हम बदल नहीं सकते, उसके लिए उपाय यही है कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ करें और अन्यों की आलोचना, निंदा व शिकायत ना करें| दूसरो के कामों के लिए हम उत्तरदायी नहीं हैं, अतः उनका चिंतन न कर प्रभु का ही चिंतन करें|
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