Saturday 12 November 2016

"प्रभु से परम प्रेम" ही एकमात्र मार्ग है जो हमारा उद्धार कर सकता है .....

"प्रभु से परम प्रेम" ही एकमात्र मार्ग है जो हमारा उद्धार कर सकता है .....
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भारत की आत्मा आध्यात्मिक है | अतः भारत में हम सब के उद्धार का सिर्फ एक ही मार्ग है, और वह है ..... प्रभु से अहैतुकी परम प्रेम और उसकी पूर्ण अभिव्यक्ति |
अन्य कोई मार्ग नहीं है |
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जो भी भगवान से अहैतुकी पूर्ण प्रेम करेगा उसका प्रारब्ध बदल जाएगा |
प्रारब्ध बदलने का अन्य कोई मार्ग नहीं है |
ह्रदय में प्रभुप्रेम के अतिरिक्त अन्य कोई कामना नहीं होनी चाहिए |
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भगवान हैं, यहीं हैं, निरंतर हमारे साथ हैं| हम उन्हें कभी भूलें नहीं |
यह शरीर, यह जीवात्मा, यह मन बुद्धि चित्त और अहंकार सब कुछ वे ही हैं | यह समस्त चेतना, यह साक्षी भाव और सब कुछ वे ही हैं | उनके अतिरिक्त अन्य किसी का कोई अस्तित्व नहीं है|
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हे प्रभु, हे मेरे प्रभु अपनी पूर्णता को अपने इस अंश में व्यक्त करो |
तुम मैं हूँ, और मैं तुम हूँ |
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ॐ ॐ ॐ ||

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