Wednesday, 4 December 2024

अपने सपनों का भारत बनायेंगे ---

अपने सपनों का भारत बनायेंगे ---

किसी से कोई आशा या अपेक्षा नहीं है, ये सदा दुःखदायी होती है। किसी भी राजनीतिक दल, या सामाजिक संगठन से कोई उम्मीद नहीं है कि वे सनातन धर्म के उत्थान और रक्षा के लिए कुछ करेंगे।
.
बड़ी बड़ी ज्ञान की बातों में अब कोई रस नहीं आता। इन तिलों में तेल नहीं है। प्रत्यक्ष साक्षात्कार से कम कुछ भी अभीप्सित नहीं है। उन के बिना अब और नहीं रह सकते।
.
भगवान से ही सहायता लेंगे। उनकी कृपा और अनुग्रह से ही सनातन धर्म की पुनःप्रतिष्ठा और वैश्वीकरण होगा। भारत माँ अपने द्वीगुणित परम वैभव के साथ अखंडता के सिंहासन पर बिराजमान होंगी। असत्य का अंधकार भी उन्हीं के अनुग्रह से पराभूत होगा। तब तक हम सब सनातन धर्मावलम्बी हिन्दू, भगवान की उपासना और प्रार्थना करेंगे।
.
ॐ तत्सत् !! ॐ ॐ ॐ !!
५ दिसंबर २०२२

No comments:

Post a Comment