आजकल एक राजनेता स्वयं को पंडित शिव/रामभक्त जनेऊधारी कहते हैं| इनके
पिताजी एक रोमन कैथोलिक ईसाई थे, जिनका विवाह इटली के एक चर्च में रोबर्टो
नाम से एन्टोनिया माईनो से हुआ जो उस समय इटली की नागरिक थी| बाद में इनका
विवाह वैदिक विधी से इलाहाबाद की एक प्रसिद्ध महिला ने अपने घर पर करवाया
था| ये जो पढाई करने केम्ब्रीज़ गए थे वह तो कभी पूरी कर नहीं पाए और जिस
दारूखाने में दारू पीते थे वहाँ दारू पिलाने वाली इटालियन बार गर्ल
एंटोनिया माईनो को अपना दिल दे बैठे, जो उन्हें इटली ले गयी और एक
चर्च में विवाह कर लिया| दिल्ली के एक चर्च में इन्होनें ईसाई दंपत्ति के
रूप में अपने विवाह का पंजीकरण भी करवाया था| जनेऊधारी पंडित जी के दादा
ज़नाब फ़िरोज़ खान पुत्र ज़नाब नवाब अली खान थे| इनकी कब्रें इलाहाबाद में हैं|
क्या ये शिव/राम भक्त
पंडित जनेऊधारी जी बताएँगे कि उनका ऋषिगौत्र और प्रवर क्या है? इनका वेद
कौन सा है? कौन सी उनके वेद की शाखा और सूत्र है? इनके पूर्वजों का मूल
स्थान कौन सा है? किस पंडित ने किस वर्ष में उनका यज्ञोपवीत संस्कार कराया
था? क्या उन्हें संध्या विधि और गायत्री मंत्र का ज्ञान है? क्या वे किसी
ब्राहमणोचित कर्म का पालन करते हैं?
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