Friday 23 March 2018

समर्पण .....

सूर्य, चन्द्र और तारों को चमकने के लिए क्या साधना करनी पडती है?
पुष्प को महकने के लिए कौन सी तपस्या करनी पडती है?
महासागर को गीला होने के लिए कौन सा तप करना पड़ता है?

पुष्प को महकने के लिए कौन सी तपस्या करनी पडती है?
महासागर को गीला होने के लिए कौन सा तप करना पड़ता है?

शांत होकर प्रभु को अपने भीतर बहने दो|
उन की उपस्थिति के सूर्य को अपने भीतर चमकने दो|
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जब उन की उपस्थिति के प्रकाश से ह्रदय पुष्प की भक्ति रूपी पंखुड़ियाँ खिलेंगी तो उन की महक अपने ह्रदय से सर्वत्र फ़ैल जायेगी|
हे प्रभु, ना मैं रहूँ, ना मेरी कोई वासना रहे, बस तूँ रहे और एकमात्र तेरा ही अस्तित्व रहे|
जल की यह बूँद तेरे महासागर में समर्पित है जो तेरे साथ एक है, अब फिर कोई भेद ना रहे|
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दादू धरती क्या साधन किया, अंबर कौन अभ्यास ?
रवि शशि किस आरंभ तैं ? अमर भये निज दास  ||
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ॐ तत्सत ! ॐ ॐ ॐ !!
कृपा शंकर
२३ मार्च २०१४

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