Wednesday 29 March 2017

नव सम्वत्सर की शुभ कामनाएँ और अभिनन्दन ....

नव सम्वत्सर विक्रम संवत २०७४ की शुभ कामनाएँ और अभिनन्दन|

हमारे जीवन का हर क्षण नववर्ष हो| आत्म-चैतन्य की अनुभूति में हम देश-काल से परे (beyond time and space) होते हैं| वहाँ न कोई भूत है और न भविष्य, सिर्फ वर्तमान का ही अस्तित्व है| पर लौकिक जगत में नवसंवत्सर का दिन साधना की दृष्टी से अति शुभ है| आज से वासंतीय नवरात्रों का प्रारम्भ हो रहा है और रामनवमी भी शीघ्र आने ही वाली है| आज से नौ दिनों में हमारा जीवन राममय हो, हमारे निज जीवन में राम का प्राकट्य हो, यह हमारा आज का शुभ संकल्प है|
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जगन्माता ..... महाकाली के रूप में हमारे चैतन्य में व्याप्त अशुभ संस्कारों का नाश करे, महालक्ष्मी के रूप में सारे शुभ संस्कार दे और महासरस्वती के रूप में आत्मज्ञान दे| आज यह हमारी प्रार्थना है|
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इस लौकिक जीवन का अधिकाँश काल व्यतीत हो चुका है, जीवन का संध्याकाल है और बहुत कम समय बचा है| लोग निंदा करें या स्तुति, धन आये या जाए, यह शरीर रहे या न रहे, पर इस बचे हुए शेष जीवन में हमें परमात्मा को प्राप्त करना ही है|
 

मन में शुभ संकल्प और दृढ़ निश्चय होगा तो परमात्मा की परम कृपा भी होगी और स्वतः मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा|
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ॐ तत्सत् | ॐ ॐ ॐ ||

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