Sunday, 14 September 2025

रोहिंग्या शरणार्थियों से यह क्यों नहीं कहा जाता कि जिस देश में तुम रहते हो ... उस देश की संस्कृति, सभ्यता और धर्म का सम्मान करो

 रोहिंग्या शरणार्थियों से यह क्यों नहीं कहा जाता कि जिस देश में तुम रहते हो ... उस देश की संस्कृति, सभ्यता और धर्म का सम्मान करो, वहाँ लूटमार और हत्याएँ मत करो, महिलाओं का अपहरण और दुराचार मत करो ?

द्वीतीय विश्वयुद्ध के समय अंग्रेजों ने रोहिंग्या लोगों को खूब हथियार दिए थे जापानियों के विरुद्ध लड़ने के लिए, क्योंकि ये रोहिंग्ये एक दुर्दांत लड़ाकू श्रेणी की जाति है जो अपने से अलग दूसरों के वर्चस्व को स्वीकार नहीं कर सकती| रोहिंग्यों ने उन हथियारों का प्रयोग जापानियों के विरुद्ध तो नहीं किया पर अन्य स्थानीय लोगों को मारने, उनकी महिलाओं का अपहरण करने, और उनकी भूमि पर अधिकार करना आरम्भ कर दिया| सारे आपराधिक कृत्य ये लोग करने लगे, और एक स्वतंत्र "इस्लामिक अराकान देश" के लिए इन्होने गृहयुद्ध छेड़ दिया|
यह गृह युद्ध कई वर्षों तक चला और उसी का परिणाम यह वर्त्तमान समस्या है|
१४ सितंबर २०१७

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