आज की दुनियाँ में किसी भी व्यक्ति को बहुत सीधा-साधा और सत्य/धर्मनिष्ठ नहीं दिखना चाहिए। भीतर से सीधे-साधे और सत्य/धर्मनिष्ठ रहो, लेकिन अपनी सत्य/धर्मनिष्ठा को छिपा कर रखो। बाहर से ऐसे रहो कि देखने वाला आपको एक बहुत खतरनाक और जहरीला इंसान समझे। आज की दुनियाँ और समाज ही ऐसे हैं। सीधे-साधे और धर्मनिष्ठ व्यक्ति को सबसे अधिक छला, ठगा और परेशान किया जाता है। सीधे वृक्ष और सीधे व्यक्ति पहले काटे जाते हैं। वर्तमान समाज में यदि जीवित रहना है तो दुष्ट और कुटिल होने का झूठा दिखावा करना ही होगा।
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हर कार्य बहुत अच्छी तरह सोच-समझ कर करो। यदि आप के पास धन है तो धार्मिक होने का दिखावा कर के ठग लोग ही आपके पास आप को छलने आएंगे। वे महिलाएं भी हो सकती हैं और पुरुष भी। उनको पहिचानो। विपरीत सेक्स से दूरी रखो और सावधान रहो। भगवान ने हमें विवेक दिया है, उसके प्रकाश में सारे कार्य करो। यह मैं बहुत जिम्मेदारी और अपने अनुभव से लिख रहा हूँ।
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जिन्होंने मेरे साथ छल और विश्वासघात किया है, उन्होने वह भगवान के साथ ही किया है। मेरे साथ जिन्होंने उपकार किया है, वह भी भगवान के साथ ही किया है। मेरे साथ बहुत अधिक छल हुआ है। मैं नहीं चाहता कि और भी कोई छला जाये।
ॐ तत्सत् !! ॐ स्वस्ति !!
कृपा शंकर
२८ नवंबर २०२२
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